भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे।। अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥ अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे https://shivchalisas.com